शुक्रवार, 2 फ़रवरी 2018

जनता ने बहुमत 2019 तक दिया था, 2022 तक नहीं-लालू


दै.मू.ब्यूरो/पटना 
भले ही मोदी सरकार ने लालू को चारा घोटाले में फंसाकर जेल के सलाखों के पीछे धकेल दिया गया हो, मगर लालू यादव मोदी सरकार से जरा भी डरने वाले नहीं हैं, मोदी सरकार के खिलाफ अपनी आवाज को और ज्यादा बुलंद कर लिया है। इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि आरजेडी प्रमुख लालू यादव ने मोदी टीम द्वारा पेश किए गये बजट पर कड़ा प्रहार करते हुए न केवल उसे बहुजन विरोधी बताया, बल्कि मोदी की औकात दिखाते हुए कहा कि जनता ने बहुमत 2019 तक दिया था, 2022 तक नहीं।
दैनिक मूलनिवासी नायक वरिष्ठ संवाददाता ने जानकरी देते हुए बताया कि आरजेडी सुप्रीमां लालू प्रसाद यादव चारा घोटाले के एक मामले में जेल में बंद हैं, लेकिन ट्विटर के जरिए उनकी प्रतिक्रियाएं लगातार सामने आती रहती हैं। गुरुवार को केंद्रीय बजट पेश हुआ तो लालू यादव अपने ट्विटर अकाउंट पर फिर सक्रिय हो गए। इस दौरान लालू ने ट्वीट के जरिए न सिर्फ अरुण जेटली के बजट पर सवाल उठाया, बल्कि इसे जनता के साथ विश्वासघात भी बताया है। बता दें कि गुरुवार को वित्त मंत्री अरुण जेटली ने मोदी सरकार का आखिरी पूर्ण बजट पेश किया। लालू यादव ने ट्वीट के जरिए इस बजट को हवाहवाई करार दिया। साथ ही लालू ने कहा कि किसानों को छला जा रहा है। ट्वीट के जरिए लालू ने सवाल उठाया कि आखिर किसानों का कर्ज माफ क्यों नहीं किया? जबकि बजट में सरकार ने वादा किया है कि 2022 तक किसानों की आय दोगुनी हो जाएगी। लालू ने इस वादे को लेकर केंद्र सरकार की जमकर आलोचना की है। साथ ही उन्होंने सरकार से इसका रोडमैप मांगा कि कैसे 2022 तक किसानों की आय दोगुना होगी। उन्होंने कहा कि जनता ने बहुमत तो 2019 तक के लिए दिया था ना कि 2022 तक के लिए। 
आगे लालू ने ट्वीट में लिखा कि बजट की आड़ में किसानों को छला जा रहा है। किसानों का कर्ज माफ क्यों नहीं किया? किसानों की आय को 2022 तक दोगुना कैसे किया जाएगा? इसका रोड मैप क्या है? सिर्फ हवाई बातों और मुंह जुबानी खर्च से आय दोगुनी हो जायेगी क्या? बड़ी चालाकी से अपनी विफलताओं और जवाबदेही को 2022 पर फेंक रहे हैं। बड़ा छाती कूटकर 60 दिन माँग रहे थे, 60 दिन! फिर लालू ने इस बजट के जरिए केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि इस हवा-हवाई बातों के कारण ही स्थिति बेहतर नहीं हो पा रहा। उन्होंने कहा कि सरकार के पास कोई रोडमैप नहीं है और इसीलिए किसानों की आत्महत्या नहीं रुक रही है। लालू ने आरोप लगाया कि केंद्र की मोदी सरकार अपनी विफलताओं को छिपाने के लिए 2019 की जगह 2022 की बात कर रही है। लालू ने ट्वीट में लिखा, जनता ने बहुमत 2019 तक दिया था ना कि 2022 तक। बड़ी चालाकी से अपनी विफलताओं और जवाबदेही को 2022 पर फेंक रहे हैं। अंत में उन्होंने कहा कि अपनी विफलताओं को छिपाने के लिए मोदी सरकार जनता को गुमराह करने की कोशिश कर रही है।

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