गुरुवार, 17 मई 2018

आईएसआईएस पर सनसनीखेज खुलासा, आईएसआईएस मुसलमाने ने नहीं, बल्कि अमेरिका और इजराइल ने बनाया है-जुलियन असांजे

आईएसआईएस पर सनसनीखेज खुलासा
 आईएसआईएस मुसलमाने ने नहीं, बल्कि अमेरिका और इजराइल ने बनाया है-जुलियन असांजे

मेलबर्न/आस्ट्रेलिया/दै.मू.एजेंसी
इन दिनों यूरेशियन लोगों द्वारा दुनिया भर में मुसलमानों के खिलाफ दुष्प्रचार किया जा रहा है। इस बात के पुख्ता सबूत हैं कि दुनिया भर के तमाम देशों की खुफिया एजेंसियां इस्लामोफोबिया फैलाने का काम गुपचुप तरीके से करती पाई गयीं हैं। आमतौर पर लोगों के भीतर ऐसी धारणा घर कर गई है कि दुनिया भर में कहीं भी किसी भी तरह की आतंकी गतिविधियाँ होती हैं तो उसे तुरंत मुसलमानों से जोड़ दिया जाता है। भले उसके कोई सबूत सामने आये हो या नहीं। बहरहाल, इन सब साजिशों के बावजूद दुनिया में मौजूद तमाम मजहबों में इस्लाम ही ऐसा वाहिद मजहब है, जिसे दुनिया भर में सबसे तेजी से अपनाया गया है। बीते कुछ समय से आतंकी संगठन आईएसआईएस से मुसलमानों को जोड़कर एक समाज विशेष को बदनाम करने की काफी कोशिश की गई है। हालाँकि इससे सम्बंधित तमाम रिपोर्ट भी प्रकाशित हो चुकी है, जिसके मुताबिक यह साफ हो गया है कि मुस्लिम युवकों का आईएसआईएस जैसे संगठनों से कोई भी रिश्ता नहीं है। परन्तु यूरेशियन ब्राह्मणों ने तमाम तरह की साजिश और एजेंडे के तहत मुसलमानों को बदनाम करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। लेकिन इस बीच एक नये खुलासे ने सबको चौंकाते हुए ब्राह्मणों के मंसबों पर पानी फेर दिया है। 
यह खुलासा विकिलीक्स के संस्थापक जूलियन असांजे ने पहले भी किया था और एक फिर से आईएसआईएस को लेकर बड़ा खुलासा किया है। जूलियन असांजे ने कहा है कि आईएसआईएस मुसलमानों का संगठन नहीं है, बल्कि उसे सीआईए और मोसद ने बनाया है। उन्होंने कहा कि इस उभरते संगठन ने 1979 के करीब आधे मिलियन पूर्व गोपनीय अमेरिकी राजनयिक केबलों को जारी किया था। असांजे ने बताया कि 1979 में हुई घटनाएं ही आईएसआईएस के उदय का कारण बनी थी। बता दें कि जूलियन असांजे उस वक्त दुनिया भर के समाचार में सुर्खियों में छा गए थे जब विकीलीक्स द्वारा पहली कुख्यात केबलगाट की छठी वर्षगांठ पर यूएस फाइलों का अपना पहला बैच जारी किया था। 28 नवंबर 2010 को उसने 1979 से 531,525 नए कूटनीतिक केबलों के साथ अमेरिकी कूटनीति की अपनी सार्वजनिक पुस्तकालय का विस्तार भी किया है।

यदि उक्त बातों का पूर्णरूप से विश्लेषण करें तो पता चलता है कि भारत में ब्राह्मणों ने मूलनिवासी मुस्लिमों को बदनाम और आतंकवाद के नाम पर संहार करने के लिए आईएसआईएस से जोड़कर प्रचार कर रहे हैं, लेकिन इस सनसनीखेज खुलासे ने न केवल ब्राह्मणों के मंसूबों पर पानी फेर दिया है, बल्कि यह भी साबित कर दिया है कि आतंकी घटनाओं को खुद यूरेशियन ब्राह्मणों ने ही अंजाम दिया और मुस्लिमों को आतंकवादी के नाम पर मौत के घाट उतार रहा है। इसके पीछे भी अहम कारण है वह कारण यह है कि अल्पसंख्य ब्राह्मण धर्म के नाम पर एससी, एसटी और ओबीसी को हिन्दू बनाता है और एससी, एसटी और ओबीसी को हिन्दू के नाम पर मुस्लिमों को लड़ा-भिड़ाकर ब्राह्मणम बहुसंख्य बनकर देश की सŸा पर अनियंत्रित काबिज हुआ है।

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