मोदी सरकार ने विदेश दौरों पर 510 करोड़ रुपये खर्च किए
टाइम्स न्यूज नेटवर्क | Updated: Mar 17, 2016, 10:33AM IST
भारती जैन, नई दिल्ली
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विदेश यात्राओं को लेकर कांग्रेस और विपक्ष की दूसरी पार्टियां विरोध में मुखर रही हैं, लेकिन पिछले तीन साल के आंकड़े अलग कहानी बता रहे हैं। कार्मिक मंत्रालय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में वित्तीय वर्ष 2014-15 में विदेश यात्राओं पर 351 करोड़ रुपये खर्च किए, जबकि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के कार्यकाल में 2012-13 के दौरान 453 करोड़ रुपये खर्च किए गए थे। लोकसभा में एक सवाल के लिखित जवाब में कार्मिक मामलों के राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने ये आंकड़ें पेश किए।
मोदी सरकार ने प्रधानमंत्री, कैबिनेट के मंत्रियों और अधिकारियों की विदेश यात्राओं पर साल 2014-15 के दौरान 510 करोड़ रुपये खर्च किए। इनमें प्रधानमंत्री की कमान वाले कार्मिक, लोक शिकायतों और पेंशन मंत्रालय का बिल सबसे ज्यादा 351.6 करोड़ रुपये रहा है। सरकार ने सदन को बताया कि गृह मंत्रालय ने पिछले वित्तीय वर्ष में 30.2 करोड़ रुपये विदेश दौरों पर खर्च किए। इनके बाद पैसे खर्च करने वाले तीन विभाग हैं- अंतरिक्ष, नागरिक उड्डयन और पर्यटन और लोकसभा।
वित्त वर्ष 2012-13 में विदेश यात्राओं पर कुल खर्च 593 करोड़ रुपये रहा था, जो 2014-15 के मुकाबले ज्यादा है।
दिलचस्प बात यह है कि बीते वित्तीय वर्ष में सभी मंत्रालयों और विभागों का यात्रा बिल साल 2013-14 से ज्यादा रहा, लेकिन साल 2012-13 के 593 करोड़ रुपये के बिल से कम था। वित्तीय वर्ष 2012-13, 2013-14 और 2014-15 के पहले दो महीनों में UPA सरकार सत्ता में थी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विदेश यात्राओं को लेकर कांग्रेस और विपक्ष की दूसरी पार्टियां विरोध में मुखर रही हैं, लेकिन पिछले तीन साल के आंकड़े अलग कहानी बता रहे हैं। कार्मिक मंत्रालय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में वित्तीय वर्ष 2014-15 में विदेश यात्राओं पर 351 करोड़ रुपये खर्च किए, जबकि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के कार्यकाल में 2012-13 के दौरान 453 करोड़ रुपये खर्च किए गए थे। लोकसभा में एक सवाल के लिखित जवाब में कार्मिक मामलों के राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने ये आंकड़ें पेश किए।
मोदी सरकार ने प्रधानमंत्री, कैबिनेट के मंत्रियों और अधिकारियों की विदेश यात्राओं पर साल 2014-15 के दौरान 510 करोड़ रुपये खर्च किए। इनमें प्रधानमंत्री की कमान वाले कार्मिक, लोक शिकायतों और पेंशन मंत्रालय का बिल सबसे ज्यादा 351.6 करोड़ रुपये रहा है। सरकार ने सदन को बताया कि गृह मंत्रालय ने पिछले वित्तीय वर्ष में 30.2 करोड़ रुपये विदेश दौरों पर खर्च किए। इनके बाद पैसे खर्च करने वाले तीन विभाग हैं- अंतरिक्ष, नागरिक उड्डयन और पर्यटन और लोकसभा।
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क्या इसी को निरपेक्ष पत्रकारिता कहते है? निरपेक्ष हेडलाइन होनी चाहिये थी मोदी सरकार का विदेश दौरो का खर्च मनमोहन सरकार से कम
S L Gera
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