ब्राह्मणों के कार्यक्रम पर अमरीका में पाबंदी : कहा मानसिक विकृति फैलाते है ये लोग
| 17 May
2017
जन उदय : हाल ही में एक बेहद जरूरी तथ्य सामने आया है , कि अमरीका ने ब्राह्मण कार्यक्रमों पर रोक लगा दी है और इसके कारण बहुत ही स्पष्ट है , अमरीका ने जो कारण गिनाये है वे तो है ही लेकिन इससे एक बात साफ़ हो गई है की ब्राह्मण जहा भी जाते है अपने साथ अपनी कुत्सित और दूषित मानसिकता भी साथ ले जाते है , घृणा फैलाना भेदभाव फैलाना इनका पहला काम है .. आइये एक बार नजर मारते है की अमरीका ने क्या कहा
इस साल आमेरिका मे होनेवाले "अखिल भारतिय ब्राम्हण महासभा" के साहित्य सम्मेलन को अमेरिकन सरकार ने ब्राम्हण समाज कों अधिवेशन के लिए नकारा हैं।
अमेरिकन सरकार ने उसके लिए कारण दिये हैं 1) ब्राम्हण साहित्य ने भारतीय इतिहास एवं साहित्य का विकृतिकरण किया हैं । .2) ब्राह्मणी साहित्य एक दूसरे में झगड़ा पैदा करता हैं। 3) ब्राम्हण, भारतीय प्रेरक महापुरुषो की बदनामी करते हैं। 4) वे जातपात का पालन करते हैं। 5) भेदभाव कर के अपना वर्चस्व निरंतर बनाए रखते हैं .। अमेरिकन सरकार ने कहा कि ये सभी बाते हमारे देश में बिलकुल नहीं होनी चाहिए। उसके लिए उन्होने ब्राम्हण महासभा के पूना (Pune) सचिव को नोटिस भेजा हैं। .इस खबर को मीडिया ने फ्लैश नहीं किया क्योंकि मीडिया ब्राह्मणवाद का पर्दाफ़ाश करना नहीं चाहती।
इस साल आमेरिका मे होनेवाले "अखिल भारतिय ब्राम्हण महासभा" के साहित्य सम्मेलन को अमेरिकन सरकार ने ब्राम्हण समाज कों अधिवेशन के लिए नकारा हैं।
अमेरिकन सरकार ने उसके लिए कारण दिये हैं 1) ब्राम्हण साहित्य ने भारतीय इतिहास एवं साहित्य का विकृतिकरण किया हैं । .2) ब्राह्मणी साहित्य एक दूसरे में झगड़ा पैदा करता हैं। 3) ब्राम्हण, भारतीय प्रेरक महापुरुषो की बदनामी करते हैं। 4) वे जातपात का पालन करते हैं। 5) भेदभाव कर के अपना वर्चस्व निरंतर बनाए रखते हैं .। अमेरिकन सरकार ने कहा कि ये सभी बाते हमारे देश में बिलकुल नहीं होनी चाहिए। उसके लिए उन्होने ब्राम्हण महासभा के पूना (Pune) सचिव को नोटिस भेजा हैं। .इस खबर को मीडिया ने फ्लैश नहीं किया क्योंकि मीडिया ब्राह्मणवाद का पर्दाफ़ाश करना नहीं चाहती।
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