लाश बनकर भी जिगर के टुकड़े को दूध पिलाती रही ये ‘मां’
May 25, 2017, 19:02 IST
भोपाल/दमोह। मां तो आखिर
'मां' होती है! मां की ममता
से जुड़ी एक
ऐसी ही संवेदनशील घटना
बुंदेलखंड के दमोह में
सामने आई है। यहां
अपनी मां की मौत
से बेखबर मासूम
उसकी छाती से चिपककर दूध
पीता रहा। बुंदेलखंड से चंद किलोमीटर की दूरी पर मध्यप्रदेश के दमोह से एक ऐसी तस्वीर सामने आई जिसने सभी के रोंगटे खड़े कर दिए। ये एक तस्वीर सोशल मीडिया पर इस कदर छाई कि शेयर, कमेन्ट्स की झड़ियां लग गईं।
एमसपी के दामोह के पास रेलवे ट्रैक पर एक मृत महिला का शव पड़ा था और करीब एक साल का उसका च्चा सीने से चिपककर दूध पीने का लगातार प्रयास कर महिला को मिर्गी की बीमारी थी। माना जा रहा है कि महिला ट्रेन से गिरने के बाद घायल हो गई होगी, लेकिन यह बात स्पष्ट नहीं हो सकी है। घायल होने के दौरान महिला ने भूखे-प्यासे बच्चे को दूध पिलाया, लेकिन इसी दौरान उसकी मौत हो गई। गुरुवार को हो सकी महिला की पहचान...
-दमोह में वित्त मंत्री जयंत मलैया की मिल के समीप रेलवे फाटक पर बुधवार सुबह करीब 6 बजे वहां से गुजरते लोगों की नजर करीब डेढ़ साल के एक बच्चे पर पड़ी। बच्चा वहां पड़ी अपनी मां की छाती से चिपका दूध पी रहा था। लोगों ने जब पास जाकर महिला को हिलाया-डुलाया, तो उनकी आंखें फटी रह गईं। महिला की मौत हो चुकी थी। लोगों की सूचना पर जीआरपी पुलिस और एफएसएल (Forensic Science Laboratories) की अधिकारी किरण सिंह मौके पर पहुंचीं। प्रारंभिक जांच-पड़ताल से सामने आया कि संभवत: महिला किसी ट्रेन से उतरने के चक्कर में गिरी होगी। उसकी नाक और कान से निकले खून से अंदाजा लगाया गया कि हादसे के कारण उसे अंदरुनी चोटें आईं होंगी। हालांकि महिला के परिजन भी इस बात की पुष्टि नहीं कर सके हैं कि महिला ट्रेन से अपने घर गढ़ाकोटा(सागर) से बस से निकली थी या ट्रेन से।माना यही जा रहा है कि महिला ट्रेन से गिरने के कारण बेसुध हो गई होगी, जिससे बच्चा रोने लगा। जब महिला की थोड़ी-बहुत चेतना लौटी, तो उसने मदद की उम्मीद तक भूख-प्यास से बिलखते बच्चे को बिस्किट दिया और उसे छाती से चिपकाकर दूध पिलाने लगी। महिला के पास ही बिस्किट का पैकेट मिला है।
हालांकि, इसी दौरान महिला की मौत हो गई। बच्चा अपनी मां की मौत से बेखबर छाती से चिपका दूध पीते मिला। उसके हाथ में बिस्किट का टुकड़ा भी था। वह अपनी मां को हिला-डुलाकर उठाने की कोशिश भी कर रहा था। बाद में बच्चे को हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। महिला के पास से एक 500 का नोट और 70 रुपए मिले थे। उसके पास मिले पर्स के आधार पर अंदाजा लगाया जा रहा था कि वो, टीकमगढ़ की होगी। पर्स पर टीकमगढ़ के ज्वैलर्स की दुकान का नाम लिखा हुआ था। हालांकि गुरुवार को महिला की पहचान फुलो पति गणेश अहिरवार(45) के रूप में हो गई। गुरुवार को महिला के परिजन हॉस्पिटल पहुंचे। महिला सागर जिले के गढ़ाकोटा के हरदौल गांव की रहने वाली थी। महिला के देवर राधे पुत्र जगदीश अहिरवार के मुताबिक, उनका परिवार मेहनत-मजदूरी करता है। उसकी भाभी फुलो कई सालों से मिर्गी की बीमारी से परेशान थी। वो इलाज कराने अकसर दमोह आती थी। मंगलवार को भी वो दमोह के लिए निकली थी। हालांकि परिजनों का कहना है कि, महिला अकसर बस से ही दमोह आती थी। इस बार भी वो बस से आई या ट्रेन से, परिजनों को खुद भी नहीं पता। महिला की शिनाख्त मीडिया में खबर आने के बाद उसके परिजनों को पता चली। गुरुवार को वित्त मंत्री जयंत मलैया ने बच्चे को उसके परिजनों को सौंप दिया। बच्चे को लेने उसकी दोनों बड़ी बहनों के अलावा चाचा और अन्य परिजन पहुंचे थे। इस मौके पर वित्तमंत्री ने बच्चे के हाथ में 11 हजार रुपए रखे। उन्होंने कहा कि, बच्चे की परवरिश और पढ़ाई-लिखाई का जो भी खर्चा आएगा, वो सरकार उठाएगी।
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