शर्मशार होती बेटियों की आबरू
हॉस्टल वॉर्डन ने 40 छात्राओं को किया अर्धनग्न
दै.मू.ब्यूरो/भोपाल
आज जहां मोदी सरकार में ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ का नारा लगाया जा रहा है तो वहीं दूसरी तरफ बेटियों को स्कूल, कॉलेजों में नंगा भी किया जा रहा है। ऐसा ही एक शर्मशार कर वाला वीभत्स नजारा भाजपा शासित राज्य मध्य प्रदेश में उस वक्त सामने आया जब 40 छात्राओं को नग्न कर उनकी तलाशी ली गयी।
दैनिक मूलनिवासी नायक विशेष सूत्रों के अनुसार वर्तमान सरकार में जितना ज्यादा ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ का जहां नारा बुलंद नहीं किया जा रहा है उससे कहीं ज्यादा बेटियों की आबरू को तार-तार किया जा रहा है। वैसे ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ का नारा लगाने वाली भारतीय जनता पार्टी ही बेटियों को अपने मंचों पर नचाती है। गौरतलब है कि मध्य प्रदेश के सागर में स्थित डॉ.हरि सिंह गौर यूनिवर्सिटी की 40 छात्राओं ने हॉस्टल वॉर्डन पर कपड़े उतरवाकर चेकिंग करने का आरोप लगाया है। छात्राओं का आरोप है कि हॉस्टल वार्डन ने चेकिंग के नाम पर उनको नग्न कर शर्मशार करने में कोई कोताही नहीं बरती है। वहीं इस मामले को लेकर यूनिवर्सिटी ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय बताया है। स्थानीय सूत्रों ने बताया है कि डॉ.हरि सिंह गौर यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में इस्तेमाल किए गए सैनिटरी नैपकिन मिले थे, जिसके बाद हॉस्टल वॉर्डन ने 40 लड़कियों के कपडे़ उतरवार कर तलाशी ली, वहीं इस मामले में यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर आरपी तिवारी ने कहा कि यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय है, मैंने छात्राओं को कहा कि वे मेरी बेटियों की तरह हैं और मैंने उनसे माफी भी मांगी है। मैंने सभी छात्राओं को आश्वासन दिया है कि इस मामले में कार्रवाई की जाएगी और अगर वॉर्डन को दोषी पाया गया तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई होगी।
यहां पर गौर करने की बात यह है कि जिस तरह से यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर ने बयान दिया है उस तरह से तो यही लग रहा है कि ‘मुंह में राम, बगल में छूरी’ वाली कहावत को चरितार्थ किया जा रहा है। क्योंकि उनके यूनिवर्सिटी में शर्मशार कर देने वाली घटना हुई और इसकी भनक तक उनको नहीं लगी ऐसा नहीं कहा जा सकता है। यदि उनके द्वारा जांच की बात कही जा रही है तो भी कुछ होने वाला नहीं है, इसके पहले भी कई राज्यों में ऐसी घटनाओं का यही हश्र हुआ है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें