मंगलवार, 19 दिसंबर 2017

खतरे में बैंकों में रखी जनता की गाढ़ी कमाई


अगर पास हो गया ये बिल तो बढ़ जाएंगी देशवासियों की मुश्किलें
नई दिल्ली/दै.मू.समाचार
वैसे मोदी सरकार आरएसएस और ईवीएम के द्वारा केन्द्र पर सŸा जमाने के बाद देश की जनता को छलने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। चाहे भूमिअधिग्रहण बिल पास करना हो या फिर नोटबंदी औ या फिर जीएसटी लागू करना हो। ऐसा ही एक और खतरनाक बिल मोदी सरकार पास करने जा रही है। अगर मोदी सरकार यह बिल पास करने में कामयाब हो गई, तो वह दिन दूर नहीं जब देश की जनता को भारी मुश्किलों का सामना करना पढ़ेगा। क्योंकि इस बिल के पास होते ही बैंकों में हिफाजत के लिए रखी जनता की गाढ़ी कमाई की गारंटी खत्म हो जायेगी। अब बैंकों में गरीब और आम जनता की रखी खून पसीने की कमाई का कोई गारंटी नहीं होगी।
दैनिक मूलनिवासी नायक प्रमुख संवाददाता ने जानकारी देते हुए बताया कि पिछले साल देश भर में लागू की गई नोटबंदी आज भी हरेक व्यक्ति के जेहन में होगी। जिसका नाम सुनते ही एक बार फिर वो दिन ताजा हो जाते हैं कि उस दौरान पूरे देश में वो त्रासदी देखने को मिली थी जो पहले कभी भी देखने को नहीं मिली थी। उस वक्त नोटबंदी का असर पूंजीपतियों के ऊपर तो कवई नहीं पड़ा क्योंकि नोटबंदी फेयरइन लवली जैसे कालेधन को गोरा बनाने वाली वह योजना थी, जिसमें पूंजीपतियों ने अपने सारे कालेधन गोरे कर लिए। ज्यादा मुस्किल में तो वो लोग थे जिनके पास खातों में हजार दो हजार रूपये बढ़ी मेहनत के बाद रखे थे। ऐसे ही लोगों को कैश लेने के लिए दिनभर लाईनों में खड़ा रहने के बाद न केवल पुलिस की लाठियां खाने व मौत को गले लगाने के बाद कुछ रूपये निकाल पाते। नोटबंदी जैसे खतरनाक फैसले का सरकार को क्या फायदा हुआ यह बात आज तक कोई नहीं जान सका। क्योंकि न तो महंगाई कम हुई, न तो किसी के खाते में धन आया और न ही अर्थाव्यवस्था पटरी पर आई, बल्कि अर्थव्यवस्था पूरी तरह से चौपट हो गई। इसका इतना भयंकर परिणाम यह निकला कि देश की आम गरीब जनता आज तक अपने को ठगा महसूस कर रही है।
गौरतलब है कि भूमिअधिग्रहण संशोधन बिल, नोटबंदी और जीएसटी जैसे तमाम योजनाओं को सरकार की ओर से देश की जनता को कोई राहत नहीं मिली, उसी तरह अब एक बार फिर झटका लगने वाला है जो इस देश में एक नये तरह का संकट जन्म ले रहा है। आपको बता दें कि जो आप अपनी खून पसीने की गाढ़ी कमाई हिफाजत (सुरक्षित) से रखने के लिए बैंकों में जमा करते हैं अब तक बैंकों पर पूरा भरोसा था कि बैंकों में रखा पैसा सुरक्षित है दिवालिया हो जाने के बाद भी धन सुरक्षित रहता है। लेकिन देश का विनाशक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एक ऐसा बिल पास करने जा रही है जो सरकारी क्या किसी भी बैंक में एक लाख से अधिक रूपये जमा करने पर भी आपके लिए सुरक्षित नहीं रहेगा। क्योंकि मोदी सरकार जो बिल पास करने जा रही है। इस बिल के पास हो जाने के बाद सरकार की बैंकों के गारंटर के तौर पर जिम्मेदारी पुरी तरह से खत्म हो जाएगी।
विशेष संवाददाता के मुताबिक केन्द्रीय कैबिनेट ने अभी हाल ही में फाइनेंसियल रेज्यूलेशन एंड डिपॉजिट इश्योरेंस बिल (एफआरडीए) के नये संशोधित ड्राफ्ट को पास कर दिया है और इसे संसद में पेश करने की पूरी तरह से तैयारी चल रही है। वैसे भी इस बिल को पास करना तय हो चुका है क्योंकि दोनों सदनों में बीजेपी का नाजायज कब्जा है। इसलिए यह बिल पास करना बीजेपी के लिए आसान है। अगर यह बिल पास हो गया तो मोदी सरकार एक नया रेज्यूलेशन कॉरपोरेशन बनाएगी। इस कॉरपोरेशन के बनने के बाद बैंकों में रखे धन की सुरक्षा करने वाला कानून पूरी तरह से खत्म हो जाएगा। अब इस नये कानून के मुताबिक बैंकों के दिवालिया होने की स्थिति में आम लोगों का एक लाख रूपये से अधिक रखे पैसे का इस्तेमाल बैंकों को फिर से खड़ा करने में लगाएगी। इतना ही नहीं बैंकों में रखे खुद के पैसे निकालने पर सरकार ही तय करेगी कि आप कितना पैसा निकाल सकते हैं। भले ही आपके घर शादी या अन्य जरूरी काम के लिए अधिक पैसों की जरूरत है मगर सरकार जितना तय करेगी उससे ज्यादा निकाला पाना कानून का उल्लंघन होगा और आपको उसका हर्जाना भुगतान करना पड़ेगा जो आपके खाते से काट लिया जाएगा।

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