दरभंगा : ‘डायन’ बता कर दलित महिला के साथ दबंगों ने जो किया उसे सुनकर आप थू-थू कर उठेंगे ! संसद में शेम-शेम करने से क्या होगा ?
सांकेतिक फोटो
दरभंगा,
29 जुलाई।
राज्य भर में
दलितों पर किए
जा रहे अत्याचार कम
होने का नाम
नहीं ले रहा
है। मुजफ्फरपुर जिला
में दलित परिवार
को जबरन पेशाब
पिलाने की घटना
के बाद एक
अन्य नया मामला
सामने आया है।
बताया जा रहा
है कि बहेड़ा
थाने के पीपरा
गांव में भी
एक दलित महिला
पर दबंगों ने
जुल्म ढाया। इस
बाबत पीड़िता ने
गुरुवार को पुलिस से
शिकायत की। इसमें
गांव के ही
डोमू यादव, संतोष
यादव, बचेलाल यादव
समेत अन्य पर
कपड़े उतारकर पीटने
व पेशाब पिलाने
के प्रयास समेत
कई गंभीर आरोप
लगाए गए हैं।
पीड़िता
के मुताबिक, पति
अजय पासवान गुजरात
में मजदूरी करते
हैं। सभी आरोपी
गत सोमवार को
घर में घुसे
और कपड़े उतारकर
पिटाई की। इसके
बाद पेशाब पिलाने
का प्रयास किया।
धमकी भी दी
कि यदि बात
आगे बढ़ी तो
जान से मार
दूंगा। मायके में
रह रही पीड़िता
ने मां के
साथ थाने में
आकर आवेदन दिया
और सुरक्षा की
गुहार लगाई। बताया
कि आरोपियों ने
डायन होने के
शक में बुरा
हाल किया।
उधर,
बहेड़ा थानाध्यक्ष डीएन
मंडल ने कहा
कि महिला की
शिकायत दर्ज कर
ली गई है।
छानबीन शुरू हो
गई है। जल्द
ही कार्रवाई होगी।
याद दिलादे कि
इससे पूर्व गत
16 जुलाई
को नेहरा ओपी
के पैठान कबई
गांव में दबंगों
ने एक दलित
महिला और उसकी
बेटी पर मनरेगा
की कमाई में
कमीशन देने से
इंकार करने पर
कहर बरपाया था।
थाने में दर्ज
कराई शिकायत बेआबरू
कर पीटने व
पेशाब पिलाने के
प्रयास का आरोप
दर्ज कराया गया
है।
डायन के नाम पर महिला को नंगा कर पीटा!
symbolic photo
मोतिहारी, 22 अगस्त।
एक महिला को
डायन बताकर उसे
नंगा कर पीटने
और पेशाब पिलाने
का मामला प्रकाश
में आया है।
बताया जा रहा
है कि लखौरा
थाना क्षेत्र में
पीड़ित महिला के
ग्रामीणों ने उस महिला
को डायन के
नाम पर जमकर
प्रताड़ित किया। वर्तमान समय
में महिला का
इलाज सदर अस्पताल में
चल रहा है।
इस
मामले में महिला
ने थाने में
आवेदन देकर आरोप
लगाया है कि
उसके साथ उसके
ग्रामीणों ने मारपीट की
है। आवेदन के
अनुसार गुरुवार सुबह
जब वह शौच
करने गई थी
तो लोगों ने
उसे डायन कह
गाली देना आरंभ
किया। इसके बाद
बाल पकड़ कर
घसीटते हुए और
नंगा कर जमकर
पिटाई की।
वहीं
पुलिस मामले को
गंभीरता से छानबीन कर
रही है। पुलिस
ने आरोपियों को
पकड़ने के लिए
देर रात छापेमारी भी
की लेकिन आरोपी
फरार हो गए।
थानाध्यक्ष ने बताया कि
जल्द ही आरोपियों को
गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
डायन’ के नाम पर चलता रहा नंगा नाच और लोग तमाशा देखते रहे ! कितने बेशर्म हैं हम लोग…
पटना,
4 अगस्त। नवादा जिले
के सिरदला थाना
क्षेत्र में शर्मसार करने
वाला एक मामला
प्रकाश में आया
है। बताया जा
रहा है कि
समाज के कुछ
ठेकेदारों ने एक युवती
और उसकी मां
को डायन होने
का आरोप लगा
जमकर प्रताड़ित किया।
मीडिया में चल
रही खबरों के
अनुसार तीन दिनों
तक दोनों मां
और बेटी को
बंधक बनाकर घर
में बंद रखा
गया और उसके
साथ मारपीट की
गई। इतना ही
नहीं दोनों को
निर्वस्त्र कर नचाए जाने
की बात भी
कही जा रही
है।
इस
मामले में पीड़िता
ने सिरदला थाने
में एफआईआर भी
दर्ज करवाई है।
पुलिस के अनुसार,
खरौंध तुरिया टोला
के रहने वाले
रामचंद्र तुरिया के घर
में पांच दिन
पूर्व एक बच्चे
का जन्म हुआ।
जन्म के कुछ
समय बाद ही
नवजात की मौत
हो गई। परिजनों को
शक था कि
पड़ोस में रहने
वाली मां-बेटी
डायन हैं, और
उन्होंने नवजात की जान
ले ली है।
इसके बाद इन
लोगों ने ओझा
(तंत्र-मंत्र करने
का दावा करने
वाले) को बुलाया। इन
ओझाओं ने भी
पड़ोस की ही
महिलाओं को डायन होने
की बात कही
एफआईआर
में आरोप लगाया
गया है कि
इसके बाद रामचंद्र तुरिया
ने पड़ोस में
रहने वाली महिला
और उसकी पुत्री
को बंधक बना
लिया। तंत्र-मंत्र
के नाम पर
दोनों को निर्वस्त्र कर
नाचने पर मजबूर
किया। दोनों की
पिटाई भी की
गई। उधर सिरदला
थाना के पुलिस
अधिकारी एन के सिंह
ने कहा कि
पीड़ित महिला के
बयान के आधार
पर सिरदला थाने
में प्राथमिकी दर्ज
की गई है।
इसमेें रामचंद्र तुरिया
और घड़िया तुरिया
को अभियुक्त बनाया
गया है। पुलिस
पूरे मामले की
छानबीन कर रही
है।
ठेले वाले ने मांगा भाड़ा तो दबंगों ने मुंह पर थूंक फ़ेंका और कर दिया पेशाब !
मुजफ्फरपुर , 08 अगस्त।
मुजफ्फरपुर में भाड़ा मांगने
पर दबंगों ने
ठेला चलाने वाले
एक दलित को
जमकर पीटा। सिर्फ
इतना ही नहीं
दलित ने रविवार
को एससीएसटी थाने
में शिकायत दर्ज
कराते वक्त दबंगों
पर थूक फेंकने
और उसके शरीर
पर पेशाब करने
का भी आरोप
लगाया। बताया जा
रहा है कि
दलित पीड़ित छठू
पासवान बरूराजथाना क्षेत्र के
परसौनीनाथ गांव का रहने
वाला है। उसके
मुताबिक 4 दिन पहले वह
रोजाना की तरह
फुलवरिया चैक पर ठेला
लगाए हुए था।
इसी दौरान फुलवरिया गांव
के एक व्यक्ति ने
उसे ट्रक से
पांच बोरी सीमेंट
को उतार कर
उसके दरवाजे तक
पहुंचाने को कहा। जिसके
बाद 60 रूपए भाड़ा
पर बात तय
हुई। लेकिन जब
छठू पासवान ने
बोरा उनके दरवाजे
पर पहुंचा दिया
तब वे लोग
उसे 30 रूपए भाड़ा
देने लगे। जिसका
विरोध करने पर
उन लोगों ने
दलित छठू पर
गाली-गलौज कर
उसके साथ मार-पीट करनी शुरू
कर दी। उसके
बाद पहले तो
जमीन पर पटक
कर दलित पीड़ित
के चेहरे पर
छह लोगों ने
मिलकर थूका फिर
एक दबंग के
इशारे पर दलित
के मुंह और
शरीर पर पेशाब
कर उसे हत्या
की धमकी भी
दे डाली। वहीं
चिल्लाने की आवाज सुनकर
जब लोग वहां
जुटने लगे तो
आरोपी वहां से
भाग निकले। दूसरी
तरफ छानबीन के
अनुसार पुलिस का
कहना है कि
3 दिन पहले एक
स्कूल के निरीक्षण के
दौरान शिक्षक सह
ठेकेदार मुखिया के समर्थकों में
मारपीट हुई थी।
शायद इसी बात
का बदला लेने
की सोच से
दलित पीड़ित के
द्वारा आरोप लगाकर
शिकायत दर्ज करवाई
गई है।
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