गुरुवार, 13 जुलाई 2017

इंटरनेशनल मीडिया ने योगी को बताया आतंकवादी





अमेरिकी मीडिया ने योगी आदित्यनाथ को आतंकी बताया
Publish Date: 13/7/2017 7:05:44 PM

न्यूयॉर्क, (हि..) अमेरिकी अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अपने एक लेख में उन्हें एक हिन्दू आतंकवादी बताया है। यह जानकारी गुरुवार को मिली।
अमेरिकी अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स में 'राजनीतिक सीढ़ियां चढ़ता एक फायरब्रांड हिंदू पुजारी' शीर्षक से छपे इस लेख में योगी आदित्यनाथ को हिंदू युवा वाहिनी (हिंयुवा) का मुखिया बताया गया है और इस संगठन को एक आतंकी संगठन के रूप में पेश किया गया है।
लेख में आगे लिखा गया है कि भारत के सबसे अधिक आबादी वाले राज्य (उत्तर प्रदेश) में एक महंत को शासन करने के लिए चुना गया है, जिनके भाषणों में नफरत भरी होती है।
अखबार के अनुसार, योगी आदित्यनाथ ने मुसलमानों से बदला लेने के लिए युवाओं की सेना के तौर पर हिंदू युवा वाहिनी का निर्माण किया। इतना ही नहीं उन्हें परंपरावाद के लिए कुख्यात बताया गया है। इसके अलावा लेख में योगी आदित्यनाथ के राजनीतिक सफर और भारतीय जनता पार्टी की राजनीति पर भी काफी आपत्तिजनक बातें लिखी गई है।

न्यूयार्क टाइम्स ने योगी आदित्यनाथ को बताया आतंकी संगठन का सरगना
न्यूयॉर्क टाइम्स ने योगी आदित्य नाथ को बताया आतंकी संगठन हिन्दू युवा वाहिनी का सरगना, लिखा- एक महंत चढ़ रहा राजनीतिक सीढ़ियां
अखबार ने लिखा है, "योगी की पहचान एक ऐसे मंदिर के पुजारी के रुप में है जो अपने आतंकवादी हिंदू सर्वोच्च जातिवादी परंपरा के लिए कुख्यात है।
July 13, 2017 20:23 pm
अमेरिका के मशहूर अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को आतंकी संगठन हिन्दू युवा वाहिनी का सरगना बताया है और लिखा है कि देश की सबसे ज्यादा आबादी वाले राज्य में एक ऐसे महंत को शासन करने के लिए चुना गया है जो पहले से ही नफरत भरे बोल बोलता रहा है। अखबार की वेबसाइट परहिन्दुस्तान में एक फायरब्रांड हिन्दू पुजारी राजनीतिक सीढ़ियां चढ़ताशीर्षक से लिखे आलेख में कहा गया है कि योगी आदित्यनाथ को अधिकांश लोग योगी कहकर ही पुकारते हैं। अखबार ने लिखा है कि योगी एयर कंडीशनर यूज नहीं करते हैं और जमीन पर सोते हैं। वो कई बार रात में सिर्फ एक सेव खाकर रहते हैं।
अखबार ने लिखा है, “योगी की पहचान एक ऐसे मंदिर के पुजारी के रुप में है जो अपने आतंकवादी हिंदू सर्वोच्च जातिवादी परंपरा के लिए कुख्यात है। उन्होंने मुसलमान शासकों द्वारा ऐतिहासिक गलतियों का बदला लेने के लिए युवाओं की एक सेना (हिन्दू युवा वाहिनी) बनाई है, जिसका मकसद दो पैर वाले जानवरों (मुस्लिमों) की फसल को रोकना है। अखबार ने लिखा है कि एक चुनावी रैली में उन्होंने चिल्लाकर कहा था, “हम सभी धार्मिक युद्ध की तैयारी कर रहे हैं।
ने यह भी लिखा है कि देश में विकास की बात कहकर तीन साल पहले दिल्ली की सत्ता पर काबिज होने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकास के एजेंडे की जगह हिन्दुत्व ने ले ली है। अखबार ने लिखा है, “भारत कोहिंदू राष्ट्रमें परिवर्तित करने के लिए लोकलुभावन अभियान ने मोदी के विकास के एजेंडे को डुबो दिया है, देश के 17 करोड़ मुसलमान आर्थिक और सामाजिक हाशिए पर चले गए हैं।
अखबार के मुताबिक देश के सबसे बड़ी आबादी वाले राज्य का मुखिया चुनना एक बड़ा राजनीतिक मायने रखता है क्योंकि यूपी से होकर दिल्ली की सत्ता तक जाने वाले रास्ते का मुखिया भविष्य का प्रधानमंत्री भी हो सकता है। अखबार ने इशारा किया है कि 45 साल के योगी को राजनीतिक सूझ-बूझ से इसके लिए राजनीतिक सीढ़ियां चढ़ाया जा रहा है। बता दें कि योगी आदित्य नाथ ने 19 मार्च को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। उनके नाम का एलान अचानक किया गया था, उससे पहले केंद्रीय मंत्री मनोज सिन्हा नाम आगे चल कहा था लेकिन अचानक योगी को चार्टर्ड प्लेन से दिल्ली बुलाया गया था, फिर विधायक दल की बैठक में उनके नाम का एलान कर दिया गया था।
न्यूयॉर्क टाइम्स में विवादित लेख, CM योगी को बताया गया 'हिन्दू आतंकी'!
aajtak.in [Edited By: अमित दुबे] उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लेकर अमेरिकी अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स में एक आर्टिकल छपा है, जिसमें आदित्यनाथ को 'हिंदू आतंकी' बताया गया है. दरअसल अमेरिकी अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स में 'राजनीतिक सीढ़ियां चढ़ता एक फायरब्रांड हिंदू पुजारी' हेडिंग से छपे इस आर्टिकल में योगी आदित्यनाथ को हिंदू युवा वाहिनी का सरगना बताया गया है और इस संगठन को एक आतंकी संगठन के रूप में पेश किया गया है.इस लेख में लिखा गया है कि भारत के सबसे ज्यादा आबादी वाले राज्य (उत्तर प्रदेश) में एक महंत को शासन करने के लिए चुना गया है, जिनके भाषणों में नफरत होती है. आर्टिकल में आगे कहा गया है कि आदित्यनाथ को अधिकतर लोग योगी कहकर बुलाते हैं और उनकी पहचान एक मंदिर के महंत के रूप में होती है.
मुसलमानों से बदले के लिए बनाई हिंदु युवा वाहिनी
अखबार की मानें तो योगी आदित्यनाथ ने मुसलमानों से बदला लेने के लिए युवाओं की सेना के तौर पर हिंदू युवा वाहिनी का निर्माण किया गया. यही नहीं, योगी को नेता परंपरावाद के लिए कुख्यात बताया गया है. इसके अलावा आर्टिकल में योगी आदित्यनाथ के राजनीतिक सफर और भारतीय जनता पार्टी की राजनीति पर भी काफी कुछ लिखा गया है.
हिंदू राष्ट्र में बदलने का अभियान
अखबार ने योगी आदित्यनाथ को यूपी का सीएम चुनने के नरेंद्र मोदी के फैसले को आश्चर्यजनक बताते हुए लिखा है कि नरेंद्र मोदी तीन साल पहले सत्ता में आए थे तब विकास और आर्थिक प्रगति की बात किया करते थे, लेकिन अब भारत को 'हिंदू राष्ट्र' में बदलने के अभियान ने मोदी के विकास के एजेंडे को पीछे छोड़ दिया है और उनकी सरकार में देश के 17 करोड़ मुसलमान आर्थिक और सामाजिक तौर पर हाशिये पर जा पहुंचे हैं.
धर्मयुद्ध की तैयारी!
इस लेख में कहा गया है कि योगी की पहचान एक ऐसे पुजारी की है, जो अपनी हिंदुओं का प्रभुत्व स्थापित करने के लिए अपने चरमपंथी विचारों के लिए जाने जाते हैं. योगी ने इतिहास में मुसलमान शासकों द्वारा किए गए अत्याचारों का बदला लेने के लिए युवाओं का एक संगठन हिन्दू युवा वाहिनी बनाया हुआ है. वह रैलियों में जोर-शोर से कह चुके हैं कि 'हम सब धर्मयुद्ध की तैयारी कर रहे हैं.' इस लेख में सीएम योगी आदित्यनाथ के संगठन हिन्दू युवा वाहिनी के सदस्यों द्वारा मुस्लिमों को धमकाकर गांव से निकालने, गाय ले जाने के लिए मारपीट करने और कई मामलों में मारपीट और उपद्रव में शामिल रहने का भी जिक्र है. साथ ही योगी आदित्यनाथ पर भी कई गंभीर मामलों समेत करीब दो दर्जन आपराधिक मुकदमों का भी जिक्र किया गया है.
गोरखनाथ मंदिर का भी जिक्र अखबार ने लिखा है कि गोरखनाथ मंदिर, जिसके आदित्यनाथ महंत हैं, का पुराना चरमपंथ इतिहास रहा है. इसमें कहा गया है, 'वर्ष 1959 तक गोरखनाथ मंदिर के महंत रहे दिग्विजय नाथ को महात्मा गांधी की हत्या के कुछ दिन पहले उनकी हत्या के लिए युवाओं को उकसाने के लिए गिरफ्तार किया गया था. वहीं उनके बाद आए महंत अवैद्यनाथ ने 1992 में 16वीं सदी में बनी बाबरी मस्जिद को गिराने और उसकी जगह मंदिर बनाने के लिए भीड़ को उकसाया था. इस घटना के बाद भारत के हालिया इतिहास के सबसे खूनी दंगे भड़क उठे थे


कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें