रविवार, 16 जुलाई 2017

मोदी को OBC-PM बताकर गुमराह किया जा रहा है


(मोदी को OBC-PM बताकर गुमराह किया जा रहा है, सच तो यह है की PM मोदी, OBC नही है इनकी जाति को, इन्होंने CM बनने के बाद OBC category की सूचि में जोड़ा था। इससे पूर्व यह जनरल थे। अर्थात PM मोदी OBC नही है। इनकी जाति और गांधी जाति एक है।
आप धोखे में न रहे......)
* यह कैसा OBC - PM है, जिसके प्रधानमन्त्री ऑफिस में OBC का एक भी अधिकारी नही है।
* यह कैसा OBC-PM हैं, जिसके मंत्रिमंडल में टॉप 10 मंत्रियों में एक भी OBC नहीं.
* यह कैसा OBC-PM है, जिसके 83 केंद्रीय सचिवों में सें एक भी सचिव OBC नही है.
* यह कैसा OBC- PM है, जिसके 43 विश्वविद्यालयों में एक भी कुल सचिव OBC नहीं है.
* यह कैसा OBC - PM है, जिसके सुप्रीम कोर्ट में 23 जजों में सें एक भी OBC जज नहीं है.
* यह कैसा ओबीसी पी एम है , जिसने ओबीसी छात्रों की स्कालरशिप कम कर दी है.
* यह कैसा OBC - PM है, जो OBC की जनगणना नहीं करवा रहा। ओबीसी की अंतिम बार जनगणना 1931 में हुई थी.जबकि देश में जानवरों की जनगणना होती है लेकिन ओबीसी की नहीं होती है।
* यह कैसा OBC - PM है, जो देश के बजट में 52% की जगह केवल 1% राशि ही देश की 52% ओबीसी जनसंख्या के लिये उपलब्ध करवाई है।
* यह कैसा OBC - PM है, जो OBC के आरक्षण का विरोधी है।
* यह कैसा OBC - PM है, जो OBC को पदोनन्ति में आरक्षण नही दिलाना चाहता है।
* यह कैसा OBC - PM है, जो OBC के विकास और अधिकारो की बात नही करता है।
* यह केसा OBC - PM है, जो स्वय OBC होकर भी RSS के अजेंडे पर काम करता है जो OBC को गुलाम बनाना चाहती है।
* नवीनतम उदाहरण - देश में पदोन्नति आरक्षण समाप्त और गुजरात हाईकोर्ट और रजिस्थान हाईकोर्ट का आरक्षण के विरोध में फैसला।
- मुलनिवासी जनआन्दोलन -

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