शनिवार, 25 मई 2019

भारत बंद : पूरे देश में ‘भारत बंद’ का नजारा

जंग-ए-आंदोलन
पूरे देश में ‘भारत बंद’ का नजारा 
चुनाव नतीजों के तत्काल बाद ही देश में पसरा सन्नाटा


भारत बंद का नजारा एक बार फिर से पूरे देश में देखने को मिल रहा है. चुनाव नतीजों के तत्काल बाद ही देश में हर जगह सन्नाटा पसर गया है. एक तरफ जहाँ ईवीएम में घोटाला करके भारतीय जनता पार्टी जीत का जश्न मना रही है तो वहीं दूसरी तरफ बहुजन नायक वामन मेश्राम के आवाहन पर मूलनिवासी बहुजन समाज ईवीएम के खिलाफ सड़कों पर उतर गया है. 
यह घोटालेबाजों की सरकार है-वामन मेश्राम                        
गौरतलब है कि एक तरफ 23 मई को लोकसभा चुनाव के परिणाम घोषित हो रहे थे और वहीं शाम 6 बजे से अनिश्चित काल के लिए भारत बंद किया जा रहा था. भारत बंद करने का आवाहन बहुजन क्रांति मोर्चा के राष्ट्रीय संयोजक वामन मेश्राम ने एक महीना पहले ही किया था. 23 मई शाम से भारत बंद का सिलसिला शुरू हुआ जो 24 मई की सुबह से ही इसका असर देशभर में देखने को मिलने लगा. 


उत्तर प्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ़, झारखंड़, ओडिसा, पश्चिम बंगाल, हिमाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान, गुजरात, समस्त दक्षिण भारत सहित दिल्ली, पंजाब और जम्मू-कश्मीर में बड़े पैमाने पर भारत बंद किया गया. समस्त राज्यों में कहीं हाईवे, सकड़ें, रेल जाम हैं तो कहीं पूरा का पूरा बाजार ही ठप हो चुका है. बंद से आवागमन और बाजार पर भी हल्का असर पड़ा है. यातायात और राहगीरों को कोई असुविधा नहीं होनी चाहिए, इसका भरपूर खयाल रखा जा रहा है. बंद में शामिल लोगों द्वारा खासकर महिला, बच्चों, मरीजों और स्कूली छात्रों को हर तरह से मदद किये जा रहे हैं. हालांकि वामन मेश्राम ने अपील किया है कि कानून और अनुसाशसन को ध्यान में रखते हुए तथा राष्ट्रीय संपत्ति को किसी प्रकार का नुकसान नहीं पहुँचाते हुए आंदोलन को सफल करना है. 
इस भारत बंद में भारत मुक्ति मोर्चा, राष्ट्रीय मूलनिवासी संघ, राष्ट्रीय मूलनिवासी महिला संघ, राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग मोर्चा, राष्ट्रीय किसान मोर्चा, राष्ट्रीय मुस्लिम मोर्चा, भारतीय विद्यार्थी, युवा बेरोजगार मोर्चा, राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति मोर्चा, बहुजन मुक्ति पार्टी सहित मूलनिवासी बहुजन समाज के 500 से ज्यादा राजनीतिक पार्टियाँ और सामाजिक संगठनों ने जोरदार समर्थन के साथ चढ़-बढ़कर हिस्सा लिया है.
बता दें कि वामन मेश्राम ने अनिश्चित काल के लिए भारत बंद करने का यह आवाहन ईवीएम, चुनाव आयोग और चुनाव आयोग द्वारा बनाए गये रूल 56-डी, 56-सी और 49-एम के खिलाफ किया है. वामन मेश्राम का दावा है कि ईवीएम में घोटाला होता है और यह घोटाला करने का काम पहले कांग्रेस ने किया अब बीजेपी कर रही है. उनका आरोप है कि इस घोटाले पर चुनाव आयोग बीजेपी का साथ दे रहा है. इसलिए उनका मानना है कि ईवीएम के साथ-साथ चुनाव आयोग भी बिक गया है. 

वामन मेश्राम ने कहा है ईवीएम में घोटाले को केवल वीवीपीएटी रोक सकती है. वीवीपीएटी को ईवीएम की चोरी पकड़ने के लिए ही लगाया गया है. मगर, वीवीपीएटी को चोरी पकड़ने का काम नहीं दिया गया है. अगर वीवीपीएटी को चोरी पकड़ने का काम ही नहीं दिया गया है तो वह चोरी पकड़ेगी कैसे? सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया था कि विवाद होने की स्थिति में वीवीपीएटी से निकलने वाली पर्ची की 100 प्रतिशत गिनती होनी चाहिए. परन्तु चुनाव आयोग घोटाला करने के लिए वीवीपीएटी की पर्ची की गिनती नहीं कर रहा है.

उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग एक रूल 56-डी, 56-सी और 49-एम बनाया है. यह रूल संविधान और लोकतंत्र के विरोध में है. उनका कहना है कि चुनाव आयोग को मुक्त, निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव की जिम्मेदारी है, लेकिन आयोग मुक्त, निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव कराने के बजाए चुनाव जल्दी कराने का काम कर रहा है. जबकि जनता से लेकर पार्टियों और संगठनों की मांग है कि आयोग मुक्त, निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव कराने का काम करे. लेकिन आयोग मान नहीं रहा है. यह अपने आप में प्रमाणित करता है कि आयोग ही ईमानदार नहीं है तो ईमानदारी से चुनाव कैसे करा सकता है. 

उन्होंने आरोप लगाया है कि ईवीएम में घोटाला करके ही बीजेपी केन्द्र की सत्ता पर कब्जा किया है. यह घोटालेबाजों की सरकार है, इसलिए हम ईवीएम, चुनाव आयोग और उसके द्वारा बनाए गये रूल को खत्म करने के लिए लिए पूरे देश में अनिश्चित काल के लिए भारत बंद कर रहे हैं.

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